हल्द्वानी। उत्तराखंड में चार दिन बाद 38वें राष्ट्रीय खेल होने जा रहे हैं। इसके लिए खिलाड़ियों का पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसी कड़ी में दिल्ली से ट्रायथलॉन के 58 खिलाड़ी और कोच समेत टेक्निकल स्टाफ हल्द्वानी पहुंचा। खिलाड़ियों के हल्द्वानी पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। गौर हो कि आगामी 28 जनवरी से 14 फरवरी तक उत्तराखंड में 38वें राष्ट्रीय खेल (नेशनल गेम्स) का आयोजन होना है। जिसके तहत मुख्य गेम्स देहरादून और हल्द्वानी के अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में होने हैं। इसके अलावा विभिन्न जगहों पर कई खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। ऐसे में खेलों के आयोजन को लेकर जिला प्रशासन और खेल विभाग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इसके साथ ही खिलाड़ी भी उत्तराखंड पहुंचने लगे हैं।
दिल्ली से ट्रेन के जरिए ट्रायथलॉन के 58 खिलाड़ी और कोच समेत टेक्निकल स्टाफ हल्द्वानी पहुंचा। खिलाड़ियों के हल्द्वानी पहुंचने पर कुमाऊंनी रीति रिवाज और छोलिया नृत्य के साथ भव्य स्वागत किया गया। पारंपरिक स्वागत देख खिलाड़ी काफी उत्सुक नजर आए। इस दौरान खिलाड़ियों और कोच ने बताया कि वो गोवा नेशनल गेम्स के बाद अब उत्तराखंड नेशनल गेम्स में हिस्सा लेने आए हैं। उनकी लंबे समय से तैयारी चल रही है।
ट्रायथलॉन गेम्स में साइकिलिंग, रेसिंग और स्विमिंग प्रतियोगिताएं होनी हैं। वहीं, हल्द्वानी के गौलापार अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में होने वाले गेम्स को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। हल्द्वानी शहर को भी दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। खिलाड़ियों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए भी पुलिस और पीएसी के जवानों तैनात किया गया है। बिहार, झारखंड, गोवा, हरियाणा, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, छत्तीसगढ़, पुडुचेरी, मणिपुर, आसाम, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और एसएसबी की टीमें पहुंच गई हैं। ट्रायथलॉन एक बहु खेल प्रतियोगिता है। यानी इसमें कई सारी स्पर्धाएं होती हैं। इन स्पर्धाओं में तैराकी, साइकिल चलाना और दौड़ना शामिल होता है। खास बता ये है कि ट्रायथलॉन में प्रतियोगी को एक ही इवेंट में इन तीनों गतिविधियों को पूरा करना होता है। ट्रायथलॉन में सबसे पहले फिनिशिंग लाइन तक पहुंचने वाला एथलीट विजेता घोषित होता है।
उत्तराखंड 38वें नेशनल गेम्स के लिए खिलाड़ियों का आगमन शुरू
