भारतीय टीम को पहली बारी में 190 या उससे ज्यादा की बढ़त लेने के बाद टेस्ट क्रिकेट में महज दूसरी बार हार का सामना करना पड़ा है। इससे पहले साल 2015 में श्रीलंका के खिलाफ 192 रन की लीड लेने के बावजूद टीम इंडिया को हार का मुंह देखना पड़ा था। यानी इंग्लैंड ने हैदराबाद में वो कर दिखाया जो पिछले 9 साल में एकबार भी नहीं हो सका था।
HIGHLIGHTS
- टीम इंडिया को पहले टेस्ट में इंग्लैंड के हाथों 28 रन से हार का सामना करना पड़ा
- टॉम हार्टले ने चौथी पारी में झटके 7 विकेट
- बुरी तरह फ्लॉप रहा भारतीय बैटिंग ऑर्डर
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। टीम इंडिया के लिए टेस्ट सीरीज का आगाज निराशाजनक हुआ है। हैदराबाद में खेले गए पहले टेस्ट में भारतीय टीम को इंग्लैंड के हाथों 28 रन से हार का मुंह देखना पड़ा। पहली पारी में 190 रन की विशाल बढ़त हासिल करने के बावजूद रोहित की पलटन बाजी मारने में नाकाम रही। मेहमान टीम से मिले 231 रन के टारगेट का पीछा करते हुए भारत की पूरी टीम 202 रन बनाकर ढेर हो गई।
इंग्लैंड ने दोहराया 9 साल पुराना इतिहास
दरअसल, भारतीय टीम को पहली बारी में 190 या उससे ज्यादा की बढ़त लेने के बाद टेस्ट क्रिकेट में महज दूसरी बार हार का सामना करना पड़ा है। इससे पहले साल 2015 में श्रीलंका के खिलाफ 192 रन की लीड लेने के बावजूद टीम इंडिया को हार का मुंह देखना पड़ा था। यानी इंग्लैंड ने हैदराबाद के राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम में वो कर दिखाया, जो पिछले 9 साल में एकबार भी नहीं हो सका था।
टॉम हार्टले ने बरपाया कहर
इंग्लैंड के युवा स्पिन गेंदबाज टॉम हार्टले के आगे भारतीय बैटिंग ऑर्डर ताश के पत्तों की तरह बिखर गया। हार्टले ने शानदार गेंदबाजी करते हुए चौथी पारी में भारत के सात बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई। इंग्लिश स्पिनर ने रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, अक्षर पटेल जैसे बल्लेबाजों को चलता किया।
दूसरी पारी में फ्लॉप रहा भारतीय बैटिंग ऑर्डर
इंग्लैंड से मिले 231 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की पूरी टीम 202 रन बनाकर ऑलआउट हुई। इंग्लैंड के स्पिनर्स के आगे इंडियन बैटर्स ने पूरी तरह से घुटने टेक दिए। यशस्वी जायसवाल महज 15 रन बनाकर चलते बने, जबकि केएल राहुल अच्छी शुरुआत का फायदा उठाने में नाकाम रहे और 22 रन बनाकर चलते बने।
जडेजा और श्रेयस अय्यर ने भी अपने प्रदर्शन से बेहद निराश किया। अक्षर पटेल भी सिर्फ 17 रन ही बना सके। कप्तान रोहित ने 39 रन की पारी खेली, लेकिन वो भी टॉम हार्टले के स्पिन जाल में उलझकर रह गए।