देहरादून। निकाय चुनाव में टिकट न मिलने से नाराज कार्यकर्ताओं के बागी तेवरों ने भाजपा नेतृत्व की बेचैनी बढ़ा दी है। भाजपा के ऐसे कार्यकर्ताओं की संख्या 25 से अधिक है, जिन्होंने निकाय प्रमुख पदों पर पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी होने के बावजूद नामांकन दाखिल कराया है। इसे देखते हुए पार्टी अब डैमेज कंट्रोल में जुट गई है।
विधायकों, मंत्रियों, सांसदों के साथ ही पार्टी जिलाध्यक्षों समेत वरिष्ठ नेताओं को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। यदि कोई कार्यकर्ता नहीं माना तो उसके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
प्रदेश में वर्तमान में 100 नगर निकायों में चुनाव हो रहे हैं, जिनमें से 93 में भाजपा चुनाव लड़ रही है। इन सभी में निकाय प्रमुख और पार्षद-सभासद पदों पर पार्टी ने प्रत्याशी उतारे हैं। बावजूद इसके तमाम निकायों में पार्टी को बागी तेवरों से भी जूझना पड़ रहा है।